अभिषेक सांकृत कौन हैं?

अभिषेक सांकृत का जन्म बिहार के डेहरी विधानसभा क्षेत्र के जमुहार गाँव में हुआ था। शिक्षा और कार्य के लिए वे बिहार से बाहर गए और अपने मेहनत और लगन से आज एक सफल स्वनिर्मित उद्यमी के रूप में स्थापित हैं, जो कई देशों में अपना व्यवसाय चलाते हैं। अभिषेक ने मानव संसाधन और वित्त में एमबीए किया है और इसके साथ ही उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका से फूड और हेल्थ में कोर्स, यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस, अमेरिका से ग्लोबल पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस प्रिवेंशन, और टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख, जर्मनी से एग्रो-फूड वैल्यू चेन की अर्थशास्त्र में सर्टिफ़िकेशन किए हैं। अभिषेक सांकृत स्वयं प्रशांत किशोर के विचारों से प्रभावित है और उनके द्वारा चलायी गई मुहिम से बनी जनसुराज पार्टी के प्रदेश कार्यवाहक समिति सदस्य भी है।

अभिषेक का मानना है कि अपने कौशल का उपयोग समाज को वापस देने के लिए करना चाहिए। इसी उद्देश्य से उन्होंने पर्यटन और उद्यमिता जैसे विषयों पर विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्याख्यान दिए हैं। यूपी सरकार द्वारा आयोजित G20 नोडल अधिकारियों के प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने PCS/PPS अधिकारियों को पर्यटन और नैतिकता पर भी विशेष व्याख्यान दिया है। साथ ही, वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के पर्यटन प्रबंधन अध्ययन मंडल के सदस्य भी हैं।

विश्व स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने में अभिषेक का योगदान सराहनीय रहा है, जहां उन्होंने सर विवियन रिचर्ड्स और सर गैरी सोबर्स जैसी महान हस्तियों से भी मुलाकात की और उत्तर प्रदेश और बिहार में क्रिकेट पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए व्यवस्थित रूप से गली क्रिकेट के आयोजन पर चर्चा की। कुंभ 2019 में नदी पर्यटन के माध्यम से उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा, और इस संदर्भ में उन्हें समय-समय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा साक्षात्कार किया गया है।

अभिषेक का सपना है कि डेहरी को "बिहार का मैनचेस्टर" के रूप में उसकी खोई प्रतिष्ठा वापस दिलाई जाए। वे मानते हैं कि डेहरी एक औद्योगिक केंद्र के रूप में अपनी पहचान दोबारा बना सकता है और इसे देश के औद्योगिक मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित किया जा सकता है।